I Do Not Believe In Leaving Relationships

I Do Not Believe In Leaving Relationships|मैं लिविंग रिलेशनशिप से सहमत नहीं हूँ

 

 

I Do Not Believe In Leaving Relationships – मैं रिलेशनशिप से सहमत नहीं हूँ क्योंकि कई लोग दूसरों के कहने पर रिश्तों में चले जाते हैं, लेकिन मेरी सोच अपने उसूलों पर अडिग रहना चाहिए — यह बहुत बड़ा गुण है।

1. भावनाओं से नहीं, समझ से सोचना सही होता हैं।

रिश्तों को लेकर समाज में जो ग्लैमर या दबाव होता है, उसमें बह जाना आसान होता है, लेकिन उसे समझना और ठुकराना — यह परिपक्व सोच है।

2. मैं सबसे ज़रूरी मानती हूं — जैसे पढ़ाई, करियर, आत्मनिर्भरता या परिवार।

ये सारी चीज़ें हमारे लिए प्राथमिकता हैं, और यही हमें एक मजबूत इंसान बनाती हैं।

I Do Not Believe In Leaving Relationships

🔸 कुछ कारण जिनसे लोग रिलेशनशिप से सहमत नहीं होते |

रिश्तों में धोखा या झूठ देखना ✔️
भावनात्मक दर्द से डरना ✔️
शादी से पहले रिश्ते को सही नहीं मानना ✔️
करियर या आत्मनिर्भरता को पहले रखना ✔️
पारिवारिक या धार्मिक मूल्य ✔️
किसी की जरूरत ही महसूस न होना ✔️
समाज या रिश्तेदारों की सोच ✔️

🤔 सवाल सिर्फ यह नहीं कि रिलेशनशिप में क्यों नहीं हैं, रहना चाहिए बल्कि: प्रश्न यह हैं कि
क्या आप इस फैसले में शांति महसूस करती हैं?

क्या आपको किसी तरह का सामाजिक दबाव झेलना पड़ता है?

मेरी सोच में उचित नहीं है क्यों अधिकतर कहानियां use & throw वाली है I मार काट के फेंकने वाली हैं I

मैं लिवींग रिलेशनशिप से सहमत नहीं हूँ

✨ अंतिम बात:

रिलेशनशिप में रहना या न रहना, यह कोई “जरूरी” चीज़ नहीं है।
जो लोग सोच-समझ कर अपने जीवन को रिश्तों से दूर रखते हैं, वे ज़्यादा शांत और आत्मनिर्भर होते हैं।

वाराणसी में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दीक्षान्त समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए सलाह दिया कि लड़की हो या लड़का दोनों के लिए सही नहीं हैं I बोरे में टुकड़े टुकड़े भरते हुए देखा है I

आपको सच देखना है तो अनाथालय में जाकर देखें 18-20 साल की लड़कियां एक एक साल के बच्चे गोद में लिए लाइन में खड़ी हैं I

नीचे एक बहुत ही प्यारा सा गीत अँधा कानून का लिंक हैं इसे जरुर सुनें

द्वारा -कृष्णावती कुमारी

Andha Kanoon

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