Mat maaro shyam pichkaari मत मारो श्याम पिचकारी
Mat maro Shyam pichkari- Holi bharat ka ek aisa tyauhar hai jo kisi jaati vishesh mein hi simat kar nahi raha hai .Aaj sabhi dharm ke log bade hi utsah aur dhum dhaam se mijulkar manate hain . aaiye nimnavat kuchh geeton ke bol ka aanand liya jaay .
Lyrics.होली गीत के बोल। (1)
अररररररर हाँ हाँ हाँ
मत मारो मत मारो
मत मारो रे मत मारो
मत मारो श्याम पिचकारी रे
मत मारो ।
अबीर गुलाल की धुम मची है- 2
कंचन के पिचकारी
भरी पिचकारी वदन पर मारे -2
सास सुनेगी देगी गाली रे
मत मारो ………….
बरजो यशोमती अपने ललन को -2
हम संग करे बलजोरी- 2
बहिया मरोरे रहिया में रोके -2
भेवे अंगियां सारी रे मत मारो
मत मारो………….. ।
धन्यवाद पाठकों,
रचना -कृष्णावती कुमारी
होली गीत के बोल Lyrics (2)
Holi geet man mohe muraliya |
मन मोहे मुरलिया तोर रसिया 2
ऐसी धुन बजायो रसिया 2
फाग मचे चहूं ओर रसिया
मन मोहे….………।
गौरी के संग महादेव खेले
सीता के संग रघुबर खेले
भेवे सररर बोल अंगिया -2
मन मोहे………. ।
ग्वाल बाल सब धुम मचावे -2
रंग गुलाल गगन में उड़ावे -2
राधा के संग चितचोर रसिया।
मन मोहे………… ……..।
धन्यवाद पाठकों,
रचना-कृष्णावती कुमारी
Lyrics. होली गीत के बोल( 3)
holi geet holi aaee re |
होली आई रे आई रे होली आई रे
देखो बृज की टोली आई रे -2