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वचन किसे कहते हैं?

प्रश्न- वचन किसे कहते हैं?| What are numbers?

       उत्तर–  शब्द के जिस रूप से यह पता लगे कि वह एक के लिए है, या एक से अधिक के लिए  है उसे                 वचन कहते हैं|

            हिन्दी में वचन दो हैं-

              1. एक वचन       2. बहुवचन |
              1. एकवचन-  शब्द के जिस रूप से उसके एक होने का पता लगे  उसे एक वचन कहते हैं| जैसे-                         लड़का, घोड़ा , साड़ी, नदी , सड़क आदि|
             2.बहुवचन – शब्द के जिस रूप से उसके एक से अधिक होने का पता चले , उसे बहुवचन कहते हैं |                   जैसे- लड़के , घोड़ें , साड़ियाँ, नदियाँ , सड़कें , लड़कियां आदि |
            प्रश्न –  वचन परिवर्तन के नियम बताएं:

           उत्तर-

            1.  आकारांत   फुलिंग शब्दों के अंतिम   ‘ आ ‘  को   ‘ए’ में बदलने से बहुवचन बनता है| जैसे –

 

बेटा बेटे काला काले
पंखा पंखे नीला नीले
चीता चीते पीला पीले
घोड़ा घोड़े मोटा मोटे
लड़का लड़के छोटा छोटे
लोटा लोटे हरा हरे

 

2.  आकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में ‘एँ’ जोड़ने से | जैसे –

 

भाषा भाषाएँ कथा कथाएँ
कला कलाएँ पुस्तिका पुस्तिकाएँ
अध्यापिका अध्यापिकाएँ बालिका बालिकाएँ
माता माताएँ कन्या कन्याएँ
शाला शालाएँ लता लताएँ

 

3. उकारांत तथा ऊकारांत शब्दों के अंत में भी ‘एँ ‘ जोड़ने तथा शब्द के अंत के दीर्घ  स्वर ‘ऊ’ को ‘उ’ करने से |  जैसे-
बहू बहुएँ वस्तु वस्तुएँ
वधू वधुएँ धेनु धेनुएँ

 

परंतु फुलिंग उकारांत तथा ऊकारांत शब्द एकवचन और बहुवचन समान रहते हैं | जैसे- डाकू, साधु, भालू, आलू, कचालू आदि |

नीचे ब्लू लिंक पर क्लिक कर संज्ञा का भेद पढ़े

संज्ञा का भेद उद्दाहरण सहित लिखें |

कारक किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखें |

4. इकरान्त तथा ईकारांत स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में’ यां’ जोड़ने तथा अंत के दीर्घ स्वर को ह्रस्व करने से बहुवचन हो जाता है| जैसे-

 

थाली थालियाँ बाली बलियाँ
विधि विधियाँ रीति रीतियाँ
सखी सखियाँ साड़ी  साड़ियाँ
नदी नदियाँ बोली बोलियाँ

 

परंतु कुछ  इकरान्त   स्त्रीलिंग  शब्दों   का   हिन्दी   में   बहुवचन  नहीं  बनता :

जैसे-   बुद्दि ,  मति |

इसी प्रकार अकारांत ,तत्सम आकारांत , इकरान्त / ईकारांत ,उकारांत और ऊकारांत फुलिंग शब्द एकवचन और बहुवचन में समान रहते है | जैसे –
पर्वत , घर ,कवि , मुनि ,हाथी,साथी , भाई , साधु, चाँद, सूर्य, चंद्रमा , महात्मा , प्रभु ,शेर ,डाकू आदि |
5. जिन स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में ‘या ‘ हो तो उसके ऊपर चंद्र बिन्दु लगा देने से बहुवचन बन जाता है|

 

खटिया टियाँ चिड़िया चिड़ियाँ
चुहिया चुहियाँ डिबिया डिबियाँ
बुढ़िया बुढ़ियाँ गुड़िया गुड़ियाँ

 

6. अकारांत स्त्रीलिंग शब्दों  में  ‘अ’ को  ‘एँ’ करने से बहुवचन बन जाता है | जैसे –

 

आँख आँखें मेज़ मेज़ें
दराज दराजें दीवार दीवारें
रात रातें फौज  फौजें
बात बातें  पुस्तक पुस्तकें
कतार कतारें पलक पलकें

 

जानें वचन के संबंध में कुछ आवश्यक बातें :
i आदर – भाव प्रकट करने में एकवचन के साथ बहुवचन क्रिया का प्रयोग होता है | जैसे – स्वामी विवेकानंद एक महान संत थे | पिताजी बाज़ार गए हैं  |
ii कई बार बहुवचन बनाने के लिए शब्दों के आगे बहुवचन अथवा समूह सूचक शब्द-वृंद ,गण, जन, वर्ग, लोग, समुदाय  आदि जोड़ दिये जाते हैं| जैसे – अध्यापकवृंद , श्रोतागण , भक्तजन ,छात्रवर्ग, शिक्षित समुदाय, हिन्दू  लोग आदि |
iii जाने सदा  बहुवचन में प्रयोग होने वाले कुछ विशेष शब्द |जैसे -प्राण ,दर्शन ,बाल, बादल, मुंछे केश आदि |
वचन के संबंध में ध्यान देने योग्य कुछ और बाते– 
जब  किसी संज्ञा शब्द के साथ      ‘ने’      ‘ को ‘     ‘ से ‘  आदि  परसर्ग  लगाते हैं तो उनका बहुवचन बनाने के लिए उनमें  ‘ ओ ‘  जोड़ा जाता है | नीचे लिखे उदाहरणों को ध्यान से देखने पर यह और स्पस्ट हो जाएगा |

       एकवचन                      बहुवचन

क- बच्चे ने गृह कार्य कर लिया | बच्चों ने गृह कार्य कर लिया |
ख -लड़की ने समारोह के अंत  तकभाग लिया | लड़कियों ने समारोह के अंत तक भाग लिया |
ग – जादूगर ने कई करतब दिखाये | जादूगरों ने कई करतब दिखाए|
घ -उस लड़के को यहाँ बुलाओ | उन लड़कों को यहाँ बुलाओ |

 

धन्यवाद पाठकों ,
संग्रहकर्ता – कृष्णावाती  कुमारी
Read more –https://krishnaofficial.co.in/
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