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Happy Global parents Day

Happy Global Parents Day| विश्व- माता पिता दिवस क्यों मनाया जाता है?

Happy Global parents Day- शोहरत भी मिलेगी तुझे दौलत भी मिलेगी | सेवा में मात पिता के जन्नत ही  मिलेगी ||खिलते फूल न कभी दुबारा , मिलते कभी ना जन्म दुबारा |लोग हजारों मिलते यारों , माफी मात पिता ही देते अवसर ऐसा न मिले दुबारा||

पूरे विश्व में आज दिनांक 1 जून को ‘माता पिता दिवस’ मनाया जाता है | ईश्वर के तरफ से  बच्चों के लिए सबसे अनमोल उपहार माता- पिता हैं| बच्चों के विकास में सबसे बड़ी भूमिका जिनकी होती है ,वह माता – पिता की होती है | दुनिया में माता -पिता की जगह अथवा स्थान कोई नई ले सकता | इस बात से सभी अवगत हैं | फिर भी आज हमें विश्व माता -पिता दिवस मनाना पड़ रहा है |

माता -पिता दिवस कब मनाया जाता है ?

ग्लोबल डे ऑफ पैरेंट्स डे प्रति वर्ष जून महीने कि 1 तारीख़ को मनाया जाता है | इस दिन की घोषणा संयुक्त राष्ट्र  महा सभा ने  80 के दशक में  17 जून  2012  को एक महत्व पूर्ण  निर्णय लेते हुवे एक प्रस्ताव पारित किया और   1 जून को विश्व  “मातापिता दिवस” मनाया जाएगा घोषित किया  | इसका उद्देश्य  यह है कि पूरे विश्व भर में  माता -पिता को सम्मान देना, उनका  आदर करना  |प्रस्ताव मेँ यह भी कहा गया कि महा सभा सिविल सोसाइटी, विशेषकर बच्चों और युवाओं के साथ  पूरी साझेदारी में वैश्विक माता – पिता दिवश  मनाने का सदस्य  देशों को भी निमन्त्रण देती है |

वैश्विक माता पिता दिवस क्यों मनाया जाता है ?

हमारे जीवन  मेँ माता- पिता की अहमियत क्या होती है, इसका  अहसास कराने के लिए मनाया जाता है | माँ अपने गीले चादर पर सो कर सूखे पर बच्चे को सुलाती है ,कि कहीं मेरे बच्चे को ठंढ न लग जाय | अपने भूखे पेट रहकर ,बच्चे को भोजन कराती है | पिता फटे जूते मेँ ऑफिस जाते हैं ,ताकि कुछ बचत कर अपने बच्चों  के जरूरतों मेँ कमी न होने देंI|हर   माता- पिता   अपनी इच्छाओं को मारकर अपने औलाद कि हर खुशी का ख्याल रखते हैं|

वही औलाद अपने माँ पाप कि कदर करना भूलते जा रहे हैं | संस्कृत मे कहा गया है ” मातृ देवो भव पितृ देवो भव ” अर्थात माता -पिता देवता के समान होते हैं | इसीलिए  माता -पिता के त्याग , बलिदान और तपस्या को याद दिलाने के लिए इस दिन को खास  बनाया गया | ताकि इस दिन  बच्चों को माता -पिता के प्रति अपने कर्तव्यों का ख्याल रहे और सभी   बच्चों को  अपने मां बाप के किए गये  कर्तव्योों    की सराहना करने का एक विशेष  अवसर  मिले  |

जैसे- माता पिता के लिए  विद्वानों द्वारा  उतम कोट्स:

हेनरी वार्ड बिचर द्वारा :

1 बच्चे के लिए माँ बाप  के जैसा कोई दोस्त नहीं होता |

:2 हम तभी माता पिता के प्यार को समझ पाते हैं ,जब खुद माता – पिता बन जाते हैं |

अब्राहम लिंकन द्वारा :

प्यार एक ऐसा जंजीर है जिससे एक बच्चा अपने माता -पिता से बधता हैं |

बॉब किशन द्वारा :

माता -पिता बच्चों के लिए रोल मॉडल होते  हैं क्योकि उनके द्वारा किए गए हर कार्य , बोले गए हर  शब्द , उनके  हरकत यानि की हर काम का असर बच्चों पर पड़ता हैं|किसी भी बाहरी शक्स का असर माँ बाप से ज्यादे नहीं पड़ता |

आइये ,इस अवसर पर हम सभी मिलकर दुनिया से  वृदधा आश्रम का  नामो निशान मिटाने के लिए एकजुट हों |

नोट : साथियों आज उनसे पुछो जिनके सिर पर माता – पिता की साया नहीं है | जिसमें  एक मैं खुद हूँ ,दोनों आज हमारे बीच नहीं हैं | कोई भी ऐसा दिन ना हो जो मुझे उनकी याद नहीं आती हो |आज दो जून की रोटी भी मिलती है तो उन्हीं के बदौलत | यदि मुझे इस काबिल नही बनाया होता तो यह पोस्ट आप सभी के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर पाती| किसी के घर में चूल्हा चौका तक ही सीमित होकर दुनिया से रुख़सत हो जाती |

युग बदला बदला जग सारा , महल बनाया सुंदर |

नहीं बनाया मन को सुंदर ,अंधेरा है अंदर |

ऐसा कुछ कर जाओ बंदे नाम तेरा अमर हो |

बच्चा बच्चा के जुबान पर तेरा ही स्मरण हो |

कहीं ना दिखे वृदधा आश्रम मात पिता संघ ही में रहे |

ऐसा जग बन जाए  सुंदर हर घर जन मस्ती में रहे |

 

धन्यवाद साथियों ,

संग्रह कर्ता- कृष्णावाती कुमारी

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