How to increase your Child immunity|अपनी और अपने बच्चों की इम्यूनिटी कैसे बढाएँ
How to increase your Child immunity – पौष्टिक भोजन करने के अलावा , कुछ अन्य दैनिक गति विधियाँ भी रोग प्रति रोधक क्षमता को प्रभावित करती है |जैसे- कि आपके खान पान का सेहत पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ता है |विशेषज्ञों द्वारा माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादे आपके बच्चों को प्रभावित करने वाली है |
इसीलिए विशेषज्ञों ने अभी से ही सावधानी बरतने पर ज़ोर देना शुरू कर दिया है | इतना ही नहीं अस्पतालों में बाल चिकित्सा से जुड़े उपकरणो को सुनिश्चित किया जाने लगा है | टीका करण का कार्य तेजी से शुरू हो गया है|परंतु जनसंख्या अधिक होने के कारण सभी तक पहुँचने में अभी टाइम लगेगा |
इसीलिए कोरोना के तीसरी लहर से बचने के लिए एमम्युनिटी को बढ़ाना और अपने बच्चों का खयाल रखना अति आवश्यक है |आपके बच्चों का जब रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगा तभी संक्रमण का खतरा कम रहेगा| आप अपने और अपने बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए निम्नवत दिये गए टिप्स का उपयोग कर सकते हैंI|
इम्यूनीटी कैसे बढ़ये? (How to increase your immunity)
क्षेत्रीय मौसमी फल–
सुबह नाश्ता करने के 30 मिनिट बाद अपने व अपने बच्चों को एक फल का सेवन करवाएँ |यदि बच्चे गोटा यानि सबूत फल नहीं खाना पसंद करते हैं तो ,उन्हें किसी तरह एक भी टुकड़ा खिलाएँ | जिससे आंत को अच्छी बैक्ट्रिया को बढ़ावा मिलेगा |
पौष्टिक भोजन –
भोजन में रोटी ,दाल ,चावल ,घी के अलावा ,हम हम सभी के लिए घर का बना कुछ मीठा हो जाए| जैसे -सूजी का हलवा , रागी लड्डू (,रागी को UP औए बिहार में माडुवा कहते हैं ) और चिक्की हम सभी के लिए फायदेमंद है | इसीलिए बच्चो के साथ साथ बड़े भी खाएं | बाज़ार में आसानी से रागी मिल जाता है | सबसे सरल उपाय आप रागी के आंटे को गेहूं के आटे में मिलाकर रोटी बनाकर भी दादी माँ के हाथ का घर के शुद्ध घी के साथ यानि रोटी में घी लगाकर खिला सकते हैं |
चावल –
चावल बच्चों को बड़ा ही स्वादिष्ट लगता है | चावल पचने में भी आसान होता है |चावल में कई पोशाक तत्व पाया जाता है |जिसमें सबसे महत्व पूर्ण पोषक तत्व एमिनो एसिड है | इसीलिए दाल ,चावल, और घर का बना घी बच्चों के लिए सबसे अच्छा भोजन का विकल्प है |
विटामिन सी—
आप सभी को पता है कि आहार में विटामिन सी का महत्व पूर्ण योगदान है । इसीलिए खाने में मम्मी के हाथ कि चटनी और दादी माँ के हाथ का आचार बच्चों को जरूर खिलाएँ | आचार और चटनी भी आंत की बैक्टीरिया को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते है | इसीलिए चटनी और आचार जरूर खिलाएँ | बीटामिन सी के लिए गुणो का खान आवला का भी मुरब्बा और चटनी के रूप में खूब खाएं और अपने बच्चों को खिलाएँ | आवला उबलने के बाद भी अपने विटामिन सी को बरकरार रखता है | आवला खूब खाएं और बच्चों को खिलाएँ |
नींद रोग-प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में कैसे मदद करता है?
रोग प्रति रोधक क्षमता को बढ़ाने में नींद की सबसे अहम भूमिका है | आपको स्वस्थ रहने मेें नींद 8घंटे की पूरी होना बहुत जरूरी है | बडों को तो निश्चित ही 8 घंटे की नींद जरूरी है | इसीलिए आपका दिनचर्या नियमित होना बहुत जरूरी है | भरपूर नींद आपके एमम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाता है | इतना ही नहीं अस्वस्थ फूड पर भी लगाम लगाता है |
पैकेट बंद भोजन से परहेज –
पैकेट बंद आहार पोषक तत्व विहीन होता है | इसका सेवन करने से आपका वजन बढ़ता है | साथ ही पेट को खराब करता है | बदहजमी को आमंत्रित करता है | आंत और लीवर को भी प्रभावित करता है |आपका कोशिश रहे की घर का आहार भोजन में शामिल हो |
मेवा में काजू —
मेवा में बच्चों को काजू बहुत टेस्टि लगता है | बच्चो को भोजन के बीच थोड़ा काजू जरूर दें | इसमे काफी पोषक तत्व होता है |जैसे– मैग्नीशियम ,मैगनीज ,फोस्फोरस ,ज़िंक ,विटामिन B6 ,विटामिन K जो बच्चों को ऊर्जावान एवं सक्रिय रखता है |यह दर्द और पीड़ा कम करने में भी मदद करता है | note- ऐसे यह सारी जानकारियां दादी के नुुुकसे interne, पत्रिका के माध्यम से प्राप्त की गई है। आप पर कोई दबाव नहीं है।
और पढे :
2.
धन्यवाद साथियों ,
संग्रहिता – कृष्णावाती कुमारी