Jo Tod Diya Use Judo Nahin|जो तोड़ दिया उसे जुड़ो मत
Jo Tod Diya Use Judo Nahin – यह दिल बड़ा ही नाजुक है। कोई चाटा मार दे उसी क्षण दर्द होता है। परन्तु जब कोई शब्द का बाण चलाता है तो वह जीवन भर बेधता है। इसी लिए मेरा मन कहता है कि जो तोड़ दिया उसे जुडो़ मत।
मित्रों मन जब व्यथित होता है तो लेखनी अपने आप उठ जाती है और अपने हृदय की व्यथा को कागज पर अंकित करने लगती है। मन की सारी व्यथा सफ़ेद कागज पर जब उतर जाता है तो मन हल्का हो जाता है | आज मैंने अपने मन को हल्का करने के लिए कागज और कलम से मन:स्थिति को चन्द पंक्तियों में व्यक्त किया है,आप सभी का प्यार व आशीर्वाद अपेक्षित है।
मेरा मन कहता है कविता
जो तोड़ दिया उससे,जुड़ो मत,
जो छोड़ दिया उससे पूछो मत।
न जाने कौन सी मनसा हो,
न जाने कौन सी लालसा हो।
तुम याद करो उस पल को जब
कटु शब्दों से प्रहार किया।
वो अपना है ,वो अपना था,
जो तार तार रिश्ते को किया।
जब दुर्जन पास में आया हो,
जानो मतलब कोई लाया हो।
वो कब कौन सी चाल चले,
शायद कहीं पिछे से वार करे ।
बचके रहना उस दुर्जन से ,
जो काम ना आए जीवन में।
दु:ख के पल में जो, ना साथ दिया,
वो ख़ाक तेरा अपना होगा ?
जिसे तनिक ना भय समाज की हो,
जिसे तनिक ना लाज रिश्ते की हो
वो अज्ञानी है अभिमानी है,
जिसकी अपनी कोई साख ना हो।
धन्यवाद पाठकों
रचना-कृष्णावती कुमारी
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