Kaise Hoga Kaliyug Ka Ant | कैसे होगा कलियुग का अंत ?
Kaise Hoga Kaliyug Ka Ant- हिन्दू धर्म में समय के काल खंड को 4 युगों में बांटा गया,सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, जिनमें से अभी कलियुग चल रहा है | अब हम इस आर्टिक्ल में जानेंगे की कलियुग का अंत कैसे होगा |साथियों आप सभी को पता है की अभी कलियुग चल रहा है |इससे पहले सतयुग ,त्रेता द्वापर और अब कलियुग का काल खंड चल रहा है |
Kaise Hoga Kaliyug Ka Ant- आज के समय में अधर्म आफ्ना पाँव पसारे जा रहा है |आए दिन हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएँ सुनने को मिलती रहती है |ऐसे में जनमानस के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर इस कलियुग का अंत कब होगा |उस समय कौन कौन से लक्षण मिलेंगे जिससे ये पता चल सके की कलियुग अब खत्म होने वाला है |
मित्रो हिन्दू धर्म के भगवद पुराण, स्कन्द पुराण, भविष्य, उतर पुराण तथा ब्रहम वैवर्त पुराण में कलियुग के अंत के बारे में विस्तार से बताया गया है,तो आइये जानते हैं कुछ ऐसे कलियुग के लक्षणों के बारे में जो हमें कलियुग के अंत की तरफ दिखने लगेंगे |
ध्वस्त हो जाएंगे सामाजिक नियम –
शिव पुराण में महर्षि व्यास जी के अनुसार कलियुग में मनुष्यों में वर्ण और आश्रम जैसे नियम पूरी तरह ध्वस्त हो जाएंगे |वेदों और धर्म शास्त्रों में लोगों की रुचि कम हो जाएगी|विवाह को धर्म नहीं माना जाएगा |शिष्य अपने गुरुओं का सम्मान नहीं करेंगे |
इतना ही नहीं पुत्र भी अपने कर्तव्यों से बिमुख हो जाएँगे |पिता का सम्मान नहीं करेंगे |जो बलवान होगा लोग उसी को सम्मान देंगे |भले ही वो अधार्मिक प्रवृति का क्यों न हो |विवाह मे दहेज की प्रथा समाज में हावी हो जाएगी |
कलियुग में लोग वैदिक नियमों से दूर होते चले जाएंगे |अपने सुविधा अनुसार व्रत एवं अनुष्ठान का पालन करेंगे |धन के बल पर सिर्फ धार्मिक होने का दिखावा किया जाएगा |धर्म में पाखंड का प्रवेश होगा |जो भी व्यक्ति थोड़ा सा भी धन कमा लेगा उसके अंदर घमंड समा जाएगा | जो किसी को थोड़ा भी धन देगा लोग उसे ही अपना स्वामी मान बैठेंगे |
लोग एक दूसरे से केवल पद के आधार पर संबंध रखेंगे |आत्मीयता जैसी भाव लोगों में रहेगा ही नहीं |यहीं नहीं लोगों में एक दूसरे के प्रति अविश्वास बढ़ने लगेगा| परिणाम स्वरूप सरल और सीधे स्वभाव के लोगों का जीवन बहुत कठिन हो जाएगा |यदि वह भरोशे पर किसी को उधार देगा तो वह कर्जा नहीं लौटाएगा |उल्टे मांगने पर धमकाएगा |
मनुष्यों की आयु में कमी –
कलियुग में इन्सानो की उम्र दिन पर दिन घटती जाएगी |बहुत कम उम्र के लोग रोगी होने लगेंगे |लोगों के बाल 16 वर्ष की छोटी उम्र में ही पकने लगेगी | इतना ही नहीं 20 वर्ष की उम्र आते आते लोग बूढ़े होने लगेंगे | अब इस समय यह प्रतीत होने लगा है कि जहां औसततन लोग 100 साल की आयु तक जीवित रहते थे ,वहीं आज 60-65 साल की हो गयी है |
भविष्य में भी इन्सानों की उम्र में ये कमी आती रहेंगी क्योंकि प्रकृतिक वातावरण लगातार बिगड़ रहा है |इतना ही नहीं, हमारी दिनचर्या असंतुलित हो गयी है |इतना ही नहीं घोर कलियुग में तो 9 वर्ष का पुरुष और 8वर्ष की स्त्री से ही संतान होंने लगेंगे| लोग मंद बूद्धि हो जाएंगे | व्यर्थ के कामों में अपना समय गवायेंगे |बढ़ जाएगा अनैतिकता का दायरा |
How Will Kaliyug End?
दोस्तों जैसे-जैसे कलियुग आगे बढ़ेगा वैसे- वैसे स्त्री और पुरुष दोनों धर्म के मार्ग से भटक जाएंगे |भनवान नारायण ने स्वयं नारद जी को बताया था कि कलियुग में एक समय ऐसा आएगा कि सभी पुरुष स्त्रियों के आधीन होकर अपना जीवन व्यतीत करेंगे |हर घर में पत्नी ही पति पर राज करेगी |रिस्ते तार तार हो जाएंगे |ज़्यादातर लोग गंदे भद्दे और अश्लील साहित्य पढ़ने और देखने लगेंगे |बुरी बातें और बुरे शब्दों का ही व्यवहार होगा |
जहाँ स्त्री अपने पतिव्रत का पालन नहीं करेगी वहीं पुरुष भी पर स्त्री के साथ रिस्ते बनाएँगे |स्त्रियों और पुरुषो से संबन्धित सभी वैदिक नियम विलुप्त होते जाएंगे |जिसके पास धन होगा उसी के पास स्त्रियाँ रहेंगी |धीरे -धीरे मनुष्यों का स्वभाव जानवरों के समान होता जाएगा | चोरी चाकारी बढ़ जाएगी| लोगों की भाषा खराब होते जाएगी |छोटी छोटी बातों पर लोग एक दूसरे की जान लेने के लिए उतारू हो जाएंगे |लोग अपना अधिकतर समय भोग विलाश में बितायेंगे | धर्म कर्म का लोप हो जाएगा |
Kaise Hoga Kaliyug Ka Ant| चारों तरफ अशांति और अपराध का माहौल- समाज में हिंसा का एक ऐसा विकृत चेहरा मिलेगा जो नहीं कोई कभी देखा होगा नहीं कभी सुना होगा |जो भी लोग बलवान होंगे उनका ही राज चलेगा |मानवता नष्ट होती जाएगी | रिश्ते नाते खत्म होते जाएंगे |एक भाई दूसरे भाई का शत्रु बन जाएगा |कलियुग के अंतिम चरण में चोरी डकैती और दौलत की भूख बढ़ती चली जाएंगी |
लोगो में दौलत की भूख इस कदर बढ़ती चली जाएगी की लोग एक दूसरे का कत्ल करते चले जाएंगे |सभी के मन में पाप प्रवेश कर जाएगा |गृह क्लेश बढ़ने लगेंगे |लोगों में संयम नहीं रह जाएगा |मनुष्यों को सबकुछ तुरंत चाहिए होगा |तुरंत पूरा न होने पर लोग क्रोधी स्वभाव के हो जाएंगे |आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगेंगे |दुनिया में भयंकर युद्ध होने लगेंगे| जिसमें अधिकतर निर्दोष लोग मारे जाएंगे | हर देशों के ज़्यादातर शासक भी अपने स्वार्थ को साधने में लग जाएंगे |
गंगा भी लौट जाएंगी बैकुंठ –
कलियुग के 5000साल बाद गंगा नदी खुद सुख जाएंगी और पुनः बैकुंठ लौट जाएंगी |जब कलियुग के 10000वर्ष होंगे तब सभी देवी देवता पृथ्वी छोडकर सभी अपने अपने स्वधाम लौट जाएंगे |मनुष्य पूजा पाठ सभी धार्मिक कार्य करना बंद कर देगा |
मनुष्यों के खान पान में अंतर –
कलियुग के अंत में संसार की ऐसी दसा होगी की कहीं भी अन्न नहीं उगेगा |जो वृक्ष फलों से सदैव लबालब भरे रहते थे वो पूरी तरह सुख जाएंगे |उस पर फल नहीं लगेंगे |लोगों में तामसिक प्रवृति हावी हो जाएगी |ज्यादा तर मनुष्य मांस मछली खाएँगे और भेड़ बकरियों का दूध पियेंगे |
मदिरापान करना प्रतिष्ठा का पैमाना हो जाएगा |हिन्दू धर्म में सबसे ज्यादे पूजी जाने वाली गाय माता की संख्या कम हों जाएगी| जो बचेंगी उनका देखभाल ठीक से नहीं होगा |उनका शरीर बकरी के समान दिखने लगेगा |गाय दूध देना बंद कर देंगी | ऐसे में चारों ओर दुख व कलह का वातावरण रहेगा |
घोर कलियुग का अंत –
कलियुग के अंत में भयंकर तूफान और भूकंप आएगा| लोग मकानों में नहीं रहेंगे |गढ़े खोदकर उन्हें रहना पड़ेगा |धरती का तीन हाथ अंश अर्थात लगभग 4 फुट नीचे तक धरती का उपजाऊँ अंश नष्ट हो जाएगा| बहुत लंबे काल तक सूखा पड़ा रहेगा |तब कलयुग के अंतिम समय में सूखा रहने के बाद बहुत मोटी धारा से वर्षा होगी |
जिससे चारों ओर पानी ही पानी होगा |समस्त पृथ्वी पर जल होगा और प्राणियों का अंत हो जाएगा|जिसके बाद एक साथ 12 सूर्य उदय होंगे |तब उनके तेज से पृथ्वी का जल सुख जाएगा |ऐसे में पाप अपने चरम पर होगा |तब भगवान विष्णु कल्कि रूप में जन्म लेंगे और पापियों का संघार करेंगे | इस प्रकार पुनः शृष्टि में शांति और धर्म की स्थापना होगी |फिर शुरुवात होगी सतयुग की|
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