Divya Bharti Death 1993| दिव्या भारती का death कैसे हुआ
Divya Bharti Death– कहते हैं कि पूत के पाँव पालने में ही पता चल जाता है |एक ऐसी ही गुड़िया एक्ट्रेस जिसने काफी कम उम्र में बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। एक के बाद एक हिट फिल्में देकर बड़ी से बड़ी हीरोइन्स को टक्कर देने लगी। तीन साल में 20 फिल्में लगातार करके शोहरत पाई। शादी की और सिर्फ 19 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गईं। ये कहानी है बॉलीवुड अभिनेत्री दिव्या भारती की।
आज भी इस हीरोइन को लोग भुला नहीं पाये हैं |याद करके दिल रोने लगता है | कितने इस दुनिया में निर्दयी लोग हैं जो तनिक भी जघन्य पाप करने से नहीं डरते |1990 के दशक में बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और मासूम चेहरे के दम पर दिव्या ने दर्शकों को दीवाना बना दिया था। कम उम्र थी, इसलिए बॉलीवुड की गुड़िया भी उन्हें कहा जाता था ।
दिव्या भारती की मौत कैसे हुई| Divya Bharti Death
25 फरवरी 1974 को जन्मीं दिव्या भारती की मौत 5 अप्रैल 1993 को संदिग्ध हालात में हुई थी। दिव्या की मौत को आज 29 साल पूरे हो गए हैं। मुंबई पुलिस 1998 में ही मौत की जांच से जुड़ा केस बंद कर चुकी है। पुलिस ने यह मानकर केस खत्म कर दिया कि यह एक हादसा था। लेकिन दिव्या के चाहने वाले इसे आज भी मानने के लिए तैयार नहीं कि इनकी मौत एक हादसा थी |
दिव्या का परिवार फिल्मी दुनिया से नहीं आता। इनके पिता ओमप्रकाश भारती बीमा कंपनी में अफ़सर थे और मां मीता भारती एक कुशल गृहिणी। दिव्या ने 9वीं क्लास तक ही पढ़ाई की। दिया की रुचि पढ़ाई में कम थी |वह 14 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग शुरू करने लगी थी।
गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार ने दिव्या को अपनी फिल्म ‘राधा का संगम’ के लिए साइन किया था। मगर किसी कारणवश दिव्या को फिल्म से बाहर किया गया और उनकी जगह जूही चावला ने अदाकारी की। दिव्या ने तेलुगू फिल्म ‘बोब्बिली राजा’ से फिल्मी करियर की शुरुआत की।
जानते हैं यह फिल्म सुपरहिट रही और इसने दिव्या को साउथ फिल्म इंडस्ट्री में सुपरस्टार बना दिया। तब राजीव राय ने ‘विश्वात्मा’ में दिव्या को सनी देओल के अपोजिट कास्ट किया। इस फिल्म का ‘सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई…’ गाना आज भी लोकप्रिय है। आज भी गाँव के हर आयोजन में यह गाना बजता है |चूँकि अभी मैं गाँव आई हूँ |शादी -व्याह का समय चल रहा है |चारों तरफ यहीं गाना बज रहा हैं |मैं अपने को रोक नहीं पाई और दिव्या का इतिहास लिखने बैठ गई |आगे पढ़ें …..
1992 में दिव्या की फिल्मों ने उन्हें शोहरत के बड़े मुकाम पर पहुंचा दिया था। शोहरत आसमान छूने लगी | तभी शाहरुख खान ने भी दिव्या के साथ ही 1992 में ‘दीवाना’ फिल्म से डेब्यू किया। उस समय दिव्या महज 18 साल की थीं। फिल्म जबरदस्त हिट हुई। बाद में फिल्म निर्माता साजिद नाडियाडवाला से शादी कर दिव्या ने सबको चौंका दिया था। यही गलती दिव्या के लिए काल बन गई |छोटी सी उम्र, सही गलत की पहचान नहीं होती हैं और जल्दीबाजी हो गई |खैर, क़िस्मत का लेख कोई नहीं मिटा सकता |
साजिद से शादी के बाद क्या हुआ | Divya Bharti Death
बताया जाता है कि साजिद से शादी के बाद दिव्या अक्सर तनाव में रहती थीं। इसी तनाव की वजह से उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया था। जिस रात उनकी मौत हुई, उस रात भी वह शराब के नशे में थीं। कौन जाने उस रात क्या हुआ उस नन्ही -सी जान के साथ ,जो आज भी मुझे एक अनसुलझी गुथी ही लगती है | तुलसी दास जी ने लिखा है | ” समरथ को नहीं दोष गोसाई “
रिपोर्ट्स के मुताबिक 5 अप्रैल 1993 को दिव्या चेन्नई से मुंबई के वर्सोवा स्थित घर लौटी थीं। उन्हें हैदराबाद जाना था, पर पैर में चोट की वजह से शूटिंग रद कर दी गई थी। फैशन डिजाइनर नीता लुल्ला अपने पति डॉ. श्याम लुल्ला के साथ दिव्या के घर पहुंची थीं। तीनों मिलकर शराब पी रहे थे। घर में दिव्या की मेड अमृता भी थी।Divya Bharti Death
दिव्या लिविंग रूम की खिड़की पर बाहर की तरफ पैर कर बैठी थीं। जिसमें ग्रिल नहीं लगी थी। यह खिड़की बिना ग्रिल की थी | यह पार्किंग की ओर खुलती थी। जब दिव्या उठने की कोशिश की तो उनका हाथ फिसला और वह 5वीं मंजिल से सीधे नीचे गिरीं।
नीता, श्याम और अमृता उन्हें लेकर कूपर अस्पताल ले गए, लेकिन दिव्या को नहीं बचाया जा सका। कुछ ने इसे आत्महत्या बताया और कुछ ने साजिश। पर कुछ भी साबित नहीं हो सका। Divya Bharti Death के बाद तीन फिल्में ‘रंग’, ‘शतरंज’ और ‘थोलि मुद्धू’ रिलीज हुई, जिसमें रंग सुपरहिट रही थी। दिव्या जैसी हीरोइन फिल्म इंडसती में आज तक नहीं आई | इतनी कम उम्र में बेसुमार शोहरत पाया दिव्या ने |
5 अप्रैल को देश-विदेश की प्रमुख घटनाएं –
- 2008: पार्वती ओमनाकुट्टन फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड बनीं।
- 1998: जापान में अकाशी कायक्यो ब्रिज पर ट्रैफिक शुरू हुआ। यह सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज है, जिसकी लंबाई 1991 मीटर (6,532 फीट) है।
- 1986: वेस्ट बर्लिन में ला बेले नाइट क्लब में बम विस्फोट हुआ, इसमें 3 लोग मारे गए। इस
- क्लब में अमेरिकी सैनिकों का आना-जाना था। लीबिया सीक्रेट सर्विस पर शक हुआ और बदले में अमेरिका ने लीबिया में 15 लोगों को मार गिराया।
- 1979: देश का पहला नौसेना संग्रहालय मुंबई में खुला।
- 1964: नौसेना ने पहली बार राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया।
- 1957: देश में पहली बार और दुनिया में पहली बार लोकतांत्रिक तरीके से केरल में संपन्न चुनाव के बाद कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में आई और ईएमएस नम्बूदरीपाद ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया।
- 1955: विंस्टन चर्चिल ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया। अमेरिका, ब्रिटेन और सोवियन यूनियन को नाजी जर्मनी के खिलाफ एकजुट करने में चर्चिल का योगदान महत्वपूर्ण रहा था।
- 1949: भारत स्काउट एंड गाइड की स्थापना हुई।
- 1930 में महात्मा गांधी अपने अनुयायियों के साथ नमक कानून तोड़ने दांडी पहुंचे|
FAQ:
यह भी पढ़ें :