Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai|लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 होगी Girls Good
Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai – लड़कियों की शादी का न्यूनतम उम्र 21 होगी|यह कानून सभी धर्मों और वर्गों पर लागू होगा | इसीलिए आधार से जोड़ा जाएगा वोटर कार्ड |
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार दिनांक 15 दिसंबर 2021 को दो बड़े सुधारों से जुड़े विधेयकों को मंजूरी दे दी है | पहला बड़ा सुधार लड़कियों के विवाह की उम्र से जुड़ा है|Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai |कैबिनेट ने लड़का और लड़की दोनों का न्यूनतम उम्र एक समान कर दिया है |
यानि कि दोनों का वैवाहिक न्यूनतम उम्र 21 वर्ष करने के विधेयक को मंजूरी दे दी है |यह कानून लागू हुआ तो सभी धर्म और वर्गों में लड़कियों के विवाह की उम्र बदल जाएगी |वहीं चुनाव सुधारों से जुड़े विधेयक को भी मंजूरी दे दी गई है |
आधार से जुड़ेगा वोटर कार्ड |Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai
इस विधेयक को संसद में पास होने पर वोटर ID को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा |साथ ही नए वोटरों को रजिस्ट्रेशन के ज्यादे मौके मिलेंगे |माना जा रहा है, कि यह दोनों विधेयक संसद के मौजूदा सत्र में ही पेश किए जाएंगे |
यह दोनों ही सुधार अपने आप में क्रांतिकारी माने जा रहे हैं |लड़कियों और लड़कों की उम्र एक समान करने की घोषणा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में ही लाल किले से अपने संबोधन के दौरान की थी | वहीं ,चुनाव आयोग चुनाव सुधारों का मुद्दा काफी समय से उठता आ रहा है |
विवाह संशोधन कानून सभी धर्मों पर लागू की सिफ़ारिश |Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai
क़ानूनों में संशोधन के साथ सभी धर्मों पर समान रूप से लागू करने की सिफ़ारिश है |लड़कियों के विवाह की न्यूनतम उम्र पर विचार के लिए जया जेटली के अध्यक्षता में एक टास्कफोर्स का गठन किया गया था ,जिसने अपनी रिपोर्ट पिछले साल दिसंबर में नीति आयोग को सुपुर्द की थी |
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टास्क फोर्स ने लड़कियों की विवाह की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने का पूरा रोल आउट प्लान सौंपा था |इसमें समान रूप से सभी वर्गों और धर्मो पर पूरे देश में लागु करने की मजबूत सिफ़ारिश की है |
मोदी सरकार के कार्य काल में विवाह के संबंध में यह दूसरा बड़ा सुधार है, जो समान रूप से सभी धर्मों एवं वर्गों के लिए लागू होगा |इससे पहले NRIमैरिज को 30 दिन के भीतर पंजीकृत करने का बड़ा कदम उठाया गया |
टास्कफोर्स ने दिसंबर 2020 में दी थी रिपोर्ट| Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai
10 सदस्यों की टास्क फोर्स ने देश भर के जाने माने स्कौलर्स,कानूनी विशेषज्ञों ,नागरिक संगठनों के नेताओं से परामर्श किया |वेबिनर के जरिये देश में सीधे महिला प्रतिनिधियों से बातचीत कर रिपोर्ट को दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सरकार के सुपूर्त कर दिया था |
टास्क फोर्स ने शादी की उम्र समान 21 साल रखने को लेकर 4 क़ानूनों में संशोधन की सिफ़ारिश की है |लड़कियों के न्यूनयतम उम्र में आखिरी बदलाव 1978 में किया गया था और इसके लिए शारदा एक्ट 1929 में परिवर्तन कर उम्र 15 साल से 18 साल की गयी थी |
UNICEF के अनुसार भारत में प्रति वर्ष 15 लाख लड़कियों की शादी 18 साल से केएम उम्र में हो जात है |जंगदना महा पंजीयक के मुताबिक देश में 18 से 21 साल के बीच विवाह करने वाली युवतियों की संख्या करीब 16 करोड़ है |
आधार से जोड़ने की व्यवस्था अभी वैकल्पिक होगी| Ladkiyon Ki Shadi Ki Nyutam Umra Kya Hai
चुनाव आयोग ने मतदान पहचान पत्र को आधार से जोड़ने की सिफ़ारिश की थी ,ताकि मतदाता सूची को पारदर्शी और सटीक बनाया जा सके |फर्जी मतदाताओं या एक से अधिक जगह मतदाता सुचि में दर्ज वोटरों को हटाने में भी मदद मिलेगी |
चुनाव आयोग माइग्रेट वर्करों को उनकी रिहायश के शहरों में वोट देने की मंशा रखता है और इससे यह कदम साकार हो सकेगा | यह भी पढ़ें:क्यों टुटती है शादियाँ
वन नेशन वन डेटा की दिशा में भी यह बड़ा कदम होगा |जन प्रतिनिधि कानून में संशोधन करते हुवे 1 जनवरी के बाद 18 साल के होने वाले युवाओं को साल में चार बार मतदान सूची में नाम दर्ज करने की अनुमति देने का प्रावधान भी इस विधेयक में होगा |अभी तक वे सैफ एक बार हीं यह मौका हासिल करते हैं |
FAQ:
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