- Advertisement -
HomeकविताJab Antar man Mein Dwand Chale , poem on when there is...

Jab Antar man Mein Dwand Chale , poem on when there is conflict in the heart

Google News Follow

 

Jab Antar man Mein Dwand Chale |जब अन्तरमन में द्वन्द चले कविता 

Jab Antar man Mein Dwand Chale – इंसान जब दुविधा में होता है तब कोई न कोई गलत निर्णय जरूर लेता है |इस कविता मे उन्हीं परिस्थितियों का वर्णन किया गया है | साथियों जब भी आपके मन में दुविधा हो तो हमारी इस कविता को जरूर पढ़ें|आपके मन का संसय दूर करने में यदि थोड़ी भी सहायता मिली तो मुझे बहुत खुशी होगी |आप सभी का प्यार और आशीर्वाद अपेक्षित है |आइये इस कविता का आनंद कुछ पंकियों में निम्नवत लिया जाय|

अन्तर्मन में संघर्ष |Jab Antar man Mein Dwand Chale


Jab antar man mein dwand chale
Tab koi nirnay mat lena

Kuchh chhodo niyati ke aage
Kuchh mukhiya upar taj Dena

Yah kalyug hai,
Yahan riston ka koi mole nhi.

Jab bhai bhai par tute
Tab dekh ganwar maze lute

Ab put kaput na koi kahe
Yha bap hi apna rang badle

Mata bhi rup kai badle
Sab riste Nate takh dharen

Jinka ho hath bada jag men
Sab gir pade unke pag men.
Sab mithya ke sang  dhawawat hain.

Jab Sach ki bari aawat hai
Tab nain feri sab bhagat hain.

Dhanyavad pathakon ,

   Rachna…. KRISHNAWATI KUMARI

 

हिन्दी में कविता

जब अन्तर मन में द्वन्द चले|Jab Antar man Mein Dwand Chale

जब अन्तर मन में द्वन्द चले
तब कोई निर्णय मत लेना

,कुछ छोड़ो नियति के आगे
कुछ मुखिया उपर तज देना

यह कलियुग है यहाँ
रिस्तों का कोई मोल नहीं,

जब भाई भाई पर टूटे तब
देख गवाँर मजे लुटे

अब पूत कपूत कोई ना कहे
यहाँ बाप भी अपना रंग बदले,

माता भी रुप कई बदलें
सब रिस्ते नाते ताख  धरे

जिनका हो हाथ बडा़ जग में
सब गिर पड़े उनके पग में

सब मित्थया  के संग धावत है

जब साँच की बारी आवत है
तब नैन फेरी सब भागत है
धन्यवाद पाठकों
रचना -कृष्णावती  कुमारी
Read more:

FAQ:

Q- द्वंद गीत के रचयिता कौन है ?

ANS- द्वंद गीत के रचनाकर रामधारी सिंह दिनकर हैं |

Q- जब मन में द्वंद हो तो क्या करना चाहिए ?

ANS- जब मन में द्वंद चले तो, हे सर्व शक्तिमान प्रभु मुझे ऐसी शक्ति देना जिससे मैं अपने आप को तटस्थ रख सकू |मेरी दृष्टि की ज्योति ऐसी रखना जो सही देख सके | मेरे मार्ग को सदैव सतमार्ग से जोड़े रखना ताकि मई कभी सैट मार्ग से भटकूँ नहीं |

- Advertisement -
- Advertisement -

Stay Connected

604FansLike
2,458FollowersFollow
133,000SubscribersSubscribe

Must Read

- Advertisement -

Related Blogs

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Whatsapp Icon